बुधवार, 8 नवंबर 2017

धर्म के दस लक्षण


ॐ 
धृतिः क्षमा दमो अस्तेय शौचमिन्द्रियनिग्रहः 
धीर्विद्या सत्यम् अक्रोधः दशकं  धर्मलक्षणम्।।
                                 .


भावार्थ  :  धैर्य रखना, सहनशील होना, मन को अधर्म से रोकना,चोरी-त्याग, रागद्वेष न करना, इन्द्रियों को धर्म पर चलाना, बुद्धि  बढ़ाना, विद्वान् बनना, सत्याचरण करना, क्रोध न करना  - ये दस धर्म के लक्षण हैं।


(मनुस्मृति से)




आपका अपना 

ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा 

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